
अतिक्रमण के मकड़जाल से शहर का बिगड़ा हुलिया!नगर की खूबसूरती भी गायब, सिकुड़ती जा रही चौड़ी सड़कें
जितेंद्र नैय्यर
देहरादून।नगर के मुख्य मार्गों पर बढ़ते अतिक्रमण के कारण होने वाली दुघर्टनाओं से नागरिकों में रोष व्याप्त है।अतिक्रमण के कारण नगर की खूबसूरती भी गायब होकर सड़कें भी सिकुड़ती जा रही है। हालात इतने खराब हो चुके है, कि इन अतिक्रमणकारियों के कारण वाहनों को सड़क किनारे खड़े करने की जगह ही नहीं मिल पाती है। पैदल चलने वालों को भी आगे बढऩे के लिए बीच सड़क का ही सहारा लेना पड़ता है। आलम ये है कि शहर में फैल रहे अतिक्रमण के मकडज़ाल ने शहर का हुलिया बिगाड़ रखा है। रात में चौड़ी दिखने वाली सड़कों का आकार इतना सिकुड़ जाता है कि चंद समय के लिए कोई वाहन खड़ा हो जाता है तो दोनों तरफ वाहनों की कतार सड़क पर लग जाती है। ऐसी स्थिति में लोग जब पैदल सड़क से निकलते हैं, तो उन्हें असुरक्षित महसूस होता है।
बाजारों की व्यवस्था हो चुकी बदहाल
शहर के लगभग सभी मोहल्ला बाजारों सबसे बुरे हाल हैं। सड़कों के बीच दुकानदारों द्वारा सड़क पर अपना सामान रख देने से यहां से छोटे वाहनों के साथ चार पहिया वाहनों का भी निकलना मुश्किल हो जाता है। पुलिस चौकी नजदीक होने के बावजूद पुलिस की नाक के नीचे हो रहे अतिक्रमण पर सवाल उठना जायज है!